IAF Air Strike: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने एक बार फिर भारत से बातचीत की भारत की तरफ से जैश के ठिकानों पर हमले के बाद उन्होंने फिर से यह बात दोहराई. उन्होंने कहा कि हम पुलवामा पर बात करने के लिए तैयार हैं.
नई दिल्ली: पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी जारी है. इन सबके बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने एक बार फिर भारत से बातचीत की बात कही है. इमरान खान ने कहा कि हम पुलवामा पर बात करने के लिए तैयार हैं. पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कहा कि हमने पहले भी कहा था और अब भी कह रहे हैं कि आप हमें सुबूत दें हम उसपर कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा कि हमारे लिए भी यह सही नहीं कि हमारी जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए हो. उन्होंने कहा कि जंग हुई तो यह किसी के काबू में नहीं करेगी. बता दें कि दोनों देशों के बीच तल्खी उस वक्त बढ़ गई जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की सरजमीं में घुसकर जैश के आंतकियों के कैंप (IAF Air Strike) को तबाह कर दिया और करीब 300 आतंकियों को मार गिराया.
इससे पहले सीमा पर पाकिस्तान की नापाक हरकतों के बीच प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई. बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल, रॉ प्रमुख, गृह सचिव और अन्य प्रमुख अधिकारी शामिल हुए. करीब 20 मिनट तक यह बैठक चली. आतंकी कैंपों पर भारतीय वायुसेना के हमले से बौखलाए पाकिस्तान की ओर से 15 से अधिक स्थानों पर सीजफायर उल्लंघन किए जाने की घटना सामने आई है. |
आतंकी कैंप पर भारत के हमले के बाद विजय गोखले ने क्या कहा था
इससे पहले भारतीय वायुसेना (indian air force) की पाकिस्तान की सीमा में आतंकी कैंपों पर बड़ी कार्रवाई पर विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा था कि 14 फरवरी को जैश ए मोहम्मद ने सीआरपीएफ पर फिदायीन हमला किया था. ये संगठन पाकिस्तान में दो दशक से सक्रिय है. पाकिस्तान को उनके कैंप के बारे में लगातार जानकारी दी जाती रही है, लेकिन उन्होंने इनकार किया है. उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया. हमें सूचना मिली कि वे देश में और फिदायीन हमले कर सकते हैं. इसके बाद भारत ने बालाकोट में जैश के कैंप पर कार्रवाई की. जिसमें जैश के आतंकी और ट्रेनर ढेर हुए हैं. जैश कमांडर युसूफ अजहर भी मारा गया, वही यह कैंप चल रहा था. उन्होंने कहा कि भारत सरकार आतंकवाद से लड़ने के लिए दृढ़संकल्प है. विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि एयरफोर्स के ऑपरेशन का निशाना खासतौर से आतंकी अड्डे को बनाया गया था, ताकि नागरिकों को नुकसान न हो…” उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन पूरी तरह आतंकियों के खिलाफ था, न की कोई मीलिट्री ऑपरेशन.
ससे पहले 14 फरवरी को पुलवामा में हुए एक आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थें. हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. भारत ने इसके अगले दिन ही सेना को खुली छूट देने की बात कही थी और पाकिस्तान से ‘मोस्ट फेवरेट नेशन’ दर्जा वापस ले लिया था. इसके बाद घाटी में हुए सर्च ऑपरेशन में जैश के कई आतंकवादी मारे गए थें. 26 फरवरी की रात में वायु सेना ने अपने असैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंप को ध्वस्त कर दिया था. भारत के इस कार्रवाई को पूरी दुनिया ने समर्थन किया.