Lahore Pakistan’s Prime Minister Imran Khan has been issued a notice by the court of Pakistan in the defamation case. In fact, a defamation case was filed in the court against Pakistan Prime Minister Imran Khan by Pakistan Tehreek-e-Insaf (PML-N) President Shahbaz Sharif. In April 2017, the Prime Minister accused Shahbaz of bribing. He had said that Shahbaz had offered him a bribe of $ 61 million as bribe and asked that his 70-year-old elder brother and former prime minister of the country, Nawaz Sharif be removed from the Panama Papers case in the Supreme Court.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) के अध्यक्ष व पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का लंदन में इलाज चल रहा है। 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें पनामा पेपर्स मामले में अयोग्य करार दिया था। उनके व शरीफ परिवार के खिलाफ 2017 में भ्रष्टाचार रोधी मामले दर्ज हुए जिनमें एवेनफील्ड प्रॉपर्टीज (Avenfield properties), फ्लैगशिप इंवेस्टमेंट ( Flagship investment) व अल-अजीजिया स्टील मिल्स (Al-Azizia steel mills) के तीन मामले हैं। हालांकि प्रधानमंत्री इमरान खान ने उस शख्स का नाम नहीं बताया जो शाहबाज की ओर से धनराशि लेकर आया था। शाहबाज के वकील ने कोर्ट में बताया, ‘इस मामले में किए गए कुल 60 सुनवाईयों में इमरान खान के वकील ने 33 बार स्थगन प्रस्ताव दिया। आखिरी सुनवाई में कोर्ट ने कहा था कि प्रधानमंत्री के वकील सलाहकार बाबर अवन कोविड-19 के कारण इस्लामाबाद से लाहौर नहीं आ सके और कोर्ट ने मामले पर सुनवाई को 22 जून के लिए स्थगित कर दिया।’ अपनी याचिका में शाहबाज ने सार्वजनिक तौर पर छवि खराब करने के एवज में कोर्ट से 61 मिलियन डॉलर के मुआवजे की मांग करते हुए नोटिस जारी करने की मांग की।
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Let us know that on June 12, the government is going to present the new budget of the country. Right now the economic conditions of the country are not good and the government is trying to strike a balance between accelerating economic growth.